BSNL to start 5G services in 2024

BSNL to start 5G service

Jio, Airtel और Vi को अर्स से फर्स पर लाने के लिए BSNL ने टाटा कंपनी से मिलाया हाथ,टाटा करेगी ये बड़ा काम।
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टाटा ग्रुप के बारे में तो आप लोग जानते होंगे अब टाटा ग्रुप के पास एक बड़ा ठेका आ चुका है वह बीएसएनएल कंपनी के 4G नेटवर्क को देशभर में फैलाने का है. अब टाटा ग्रुप की जिम्मेदारी बीएसएनएल के लिए 4G नेटवर्क बिछाने की है ऐसे में अब एयरटेल और जिओ है जहां एक तरफा ही देश भर में राज कर रहे हैं उनको बीएसएनएल कंपनी टाटा ग्रुप के साथ मिलकर पीछे करने के बारे में विचार बना रहे हैं 4g सर्विस को टाटा ग्रुप लोगों तक पहुंचाने का काम करेगा जिससे एयरटेल और जिओ की टेंशन बढ़ने वाली हैं.

TCS को मिला सबसे बड़ा ठेका

बीएसएनएल ने 1.23 लाख से अधिक साइटों वाले 4जी नेटवर्क की तैनाती के लिए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और आईटीआई लिमिटेड को 19,000 करोड़ रुपये से अधिक का अग्रिम खरीद ऑर्डर दिया है। BSNL के 4जी नेटवर्क के लिए टीसीएस देशभर के करीब एक लाख साइट्स पर इंस्टॉलेशन और रखरखाव काम देखेगी। बता दें कि इसी साल फरवरी में बीएसएनएल के बोर्ड ने टीसीएस की अगुवाई वाले कंसोर्शियम से इक्विपमेंट के लिए लगभग 24,500 करोड़ रुपये की डील को मंजूरी दी थी।

टाटा ग्रुप की टीसीएस के नेतृत्व वाली कंसोर्सियम का ऐलान 22 मई को किया गया था वही बीएसएनल कंपनी ने 15000 करोड़ का एडवांस परचेज ऑर्डर भी जारी कर दिया इस बड़ी डील के तहत टाटा ग्रुप लगभग 100000 टावर लगाने का कार्य करेगा।

ऐसे में जब देश के अंदर जिओ एयरटेल और वोडाफोन आइडिया अपने रिचार्ज प्लान की कीमतों में बढ़ोतरी कर चुके हैं लेकिन बीएसएनएल कंपनी अभी भी अपनी पुरानी कीमत पर ही रिचार्ज प्लान ऑफर कर रही है बीएसएनएल कंपनी के 28 दिन वैलिडिटी वाले रिचार्ज प्लान की जानकारी आज हम आपको देने जा रहे हैं.

BSNL

भारत संचार निगम लिमिटेड (संक्षिप्त रूप में बीएसएनएल) दूरसंचार विभाग के स्वामित्व में एक भारतीय केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है , जो भारत सरकार के संचार मंत्रालय का हिस्सा है और इसका मुख्यालय नई दिल्ली, भारत में है। केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम 1 अक्टूबर 2000 को भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया था। इसका सर्वोच्च अधिकारी अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में नामित है जो भारतीय संचार वित्त सेवा कैडर से केंद्रीय सिविल सेवा समूह 'ए' राजपत्रित अधिकारी या भारतीय दूरसंचार सेवा कैडर से केंद्रीय इंजीनियरिंग सेवा समूह 'ए' राजपत्रित अधिकारी है। यह पूरे भारत में अपने राष्ट्रव्यापी दूरसंचार नेटवर्क के माध्यम से मोबाइल आवाज और इंटरनेट सेवाएं प्रदान करता है। यह भारत में सबसे बड़ा सरकारी स्वामित्व वाला वायरलेस दूरसंचार सेवा प्रदाता है।

BSNL Recharge Plan 2024

नीचे बीएसएनएल कंपनी के द्वारा 28 दिन की वैलिडिटी वाले प्लान की लिस्ट जारी की गई है जिसे आप देखकर आसानी से रिचार्ज करवा सकते हैं-

प्लान की कीमतबेनिफिट्सवैलिडिटी
139 रुपये1.5GB/दिन, असीमित वॉयस कॉल28 दिन
184 रुपयेप्रतिदिन 1GB डाटा, असीमित कॉल28 दिन
185 रुपयेप्रतिदिन 1GB डाटा, असीमित कॉल28 दिन
186 रुपयेप्रतिदिन 1GB डाटा, असीमित कॉल28 दिन
187 रुपयेप्रतिदिन 2GB डाटा, असीमित कॉल28 दिन

बीएसएनएल प्राइवेट कंपनियों के मुकाबले में लगातार पिछड़ रही है। इसकी वजह BSNL की नेटवर्क क्वॉलिटी है। लेकिन अब सरकार BSNL के बदलाव के मूड में है। यह बात उस वक्त साफ हो गई, जब सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के अंतरिम बजट में बीएसएनएल के लिए बड़े बजट का ऐलान किया। 

 

 BSNL से जुड़े 27 लाख से ज्यादा नए ग्राहक

जब से जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने टैरिफ बढ़ाया है उसके बाद से ही बीएसएनएल की डिमांड बढ़ गई है। सरकारी कंपनी ने 27 लाख नए ग्राहक जोड़े हैं। जब से जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने अपने टैरिफ प्लान को बढ़ाया है उसके बाद से ही बीएसएनएल के सिम की मांग बढ़ गई है। इन प्राइवेट कंपनियों ने कीमतों में 11 से 25 प्रतिशत तक का किया है। वहीं, दूसरी तरफ सरकारी कंपनी बीएसएनएल की कीमतें स्थिर हैं। इसका फायदा भी अब बीएसएनएल को मिल रहा है। बीएसएनएल ने 27 लाख ग्राहक जोड़े हैं।

Allocation to BSNL in budget

घाटे में चल रही बीएसएनएल सरकार को वित्त वर्ष 24 में 90 हजार करो ड़ रुपये के दूरसंचार प्राप्तियों के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेग बीएसएनएल को 4जी स्पेक्ट्रम आवंटन से नाममात्र लाभ दिखाकर वित्त वर्ष 23 के लिए लगभग 69,000 करोड़ रुपये के संचार प्राप्तियों के लक्ष्य को पूरा करने के बाद, दूरसंचार विभाग (डीओटी) को एक बार फिर 4जी/5जी स्पेक्ट्रम आवंटन के लिए बीएसएनएल से 40,000 करोड़ रुपये की गैर-नकद प्राप्तियों के माध्यम से वित्त वर्ष 24 के लिए लगभग 90,000 करोड़ रुपये का और भी अधिक लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद है। बीएसएनएल को स्पेक्ट्रम आवंटन को गैर-नकद प्राप्तियों के रूप में माना जा सकता है क्योंकिक्यों सरकारी स्वामित्व वाली दूरसंचार ऑपरेटर सरकार को नकद में भुगतान नहीं करेगी बल्कि स्पेक्ट्रम के बदले इक्विटी की पेशकश करेगी। यह जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसे निजी ऑपरेटरों द्वारा सरकार को दिए जाने वाले वास्तविक राजस्व से बहुत अलग है , जो लाइसेंससें शुल्क, स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क और नीलामी के पैसे का भुगतान करते हैं । 
वित्त वर्ष 2024 के लिए दूरसंचार विभाग की वास्तविक प्राप्तियां 50,000 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि इसमें ऑपरेटरों से लाइसेंससें शुल्क के रूप में लगभग 23,000 करोड़ रुपये, पिछले स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क से 4,000 करोड़ रुपये और शेष 23,000 करोड़ रुपये में 2022 की नीलामी में ऑपरेटरों द्वारा खरीदे गए 4जी/5जी स्पेक्ट्रम की दूसरी किस्त और पिछली स्पेक्ट्रम नीलामी की किस्तें शामिल हैं।
शेष 40,000 करोड़ रुपये मार्च में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में बीएसएनएल को स्पेक्ट्रम आवंटन से आएंगे। पिछले साल जून में, सरकार ने बीएसएनएल के लिए तीसरे पुनरुद्धार पैकेज को मंजूरी दी थी, जिसमें कुल 89,047 करोड़ रुपये का परिव्यय था, जो राज्य के स्वामित्व वाली दूरसंचार ऑपरेटर को आवंटित 4 जी / 5 जी स्पेक्ट्रम की लागत थी। विश्लेषकों के अनुसार, बीएसएनएल स्पेक्ट्रम आवंटन इस प्रकार होता है कि सरकार द्वारा लेखा पुस्तकों में दो प्रविष्टियां की जाएंगी - एक बीएसएनएल में इक्विटी के रूप में व्यय के रूप में दिखाई जाएगी और दूसरी स्पेक्ट्रम आवंटन के लिए दूरसंचार विभाग के लिए अंतर्वाह के रूप में दिखाई जाएगी। दूरसंचार विभाग ने आगामी स्पेक्ट्रम आवंटन से वित्त वर्ष 24 के लिए केवल 500 करोड़ रुपये की किस्त का अनुमान लगाया है। ऐसा इसलिए है क्योंकिक्यों दूरसंचार कंपनियां - एयरटेल और वोडाफोन आइडिया - बड़े पैमाने पर स्पेक्ट्रम खरीदेंगी, जिसके लिए उनका लाइसेंससें फरवरी में समाप्त हो रहा है। समाप्त होने वाले स्पेक्ट्रम का मूल्य केवल 6,000-7,000 करोड़ रुपये है, 
घाटे में चल रही बीएसएनएल सरकार को वित्त वर्ष 24 में 90 हजार करोड़ रुपये के दूरसंचार प्राप्तियों के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगी - उद्योग समाचार | द फाइनेंशिनें यल एक्सप्रेस  जिसके लिए वार्षिक किस्तें कम होंगी हों । सूत्रों ने कहा कि कुछ महीनों के लिए अंतरिम में, सरकार को दूरसंचार कंपनियों को बिना नीलामी के स्पेक्ट्रम आवंटित करने की उम्मीद है और बाद में नीलामी आयोजित करने की उम्मीद है। सूत्रों के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 के लिए भी दूरसंचार विभाग की वास्तविक प्राप्तियां लगभग 50,000 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है, जिसमें बीएसएनएल से स्पेक्ट्रम संबंधी समायोजन की शेष राशि शामिल नहीं है। वित्त वर्ष 23 के लिए, DoT ने अपने राजस्व लक्ष्य को 30% से अधिक बढ़ाकर 68,784 करोड़ रुपये कर दिया था (स्पेक्ट्रम के लिए बीएसएनएल इक्विटी इन्फ्यूजन के रूप में 30,000 करोड़ रुपये सहित)। हालांकि, वास्तव में दूरसंचार विभाग को केवल 39,000 रुपये ही मिले, जो पहले निर्धारित लक्ष्य 52,806 करोड़ रुपये से 26% कम है। दूरसंचार विभाग ने वास्तव में 53,987 रुपये के लक्ष्य को पार कर लिया था और वित्त वर्ष 22 में 85,828 करोड़ रुपये एकत्र किए थे, जिसका मुख्य कारण भारती एयरटेल और रिलायंस जियो द्वारा स्पेक्ट्रम किस्तों का पूर्व भुगतान था। जियो ने मार्च 2021 से पहले नीलामी में खरीदे गए स्पेक्ट्रम के सभी बकाया को चुकाते हुए 30,791 करोड़ रुपये का पूर्व भुगतान किया था। इसी तरह, भारती ने पहले की नीलामी की स्थगित देनदारियों को चुकाने के लिए 24,334 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। 
बजट में सरकारी दूरसंचार सेवाओं के लिए पिटारा खोला गया है

कहां खर्च होगा पैसा

कहां खर्च होगा पैसा

वित्त वर्ष 2024-25 में सरकार की ओर से 1,28,915 करोड़ रुपये दिए गए हैं। साथ ही 17 हजार करोड़ रुपये यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (USOF) से आएंगे। इस 17 हजार करोड़ रुपये को टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर, भारतनेट और रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर खर्च किया जाएगा। इसमें से 17,510 करोड़ रुपये को डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन के कर्मचारियों की पेंशन पर खर्च किया जाएगा।

देश की सरकारी दूरसंचार कंपनियों BSNL और MTNL के अच्छे दिन शुरू होने वाले हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल बजट में दूरसंचार मंत्रालय के तहत दूरसंचार परियोजनाओं और सार्वजनिक क्षेत्र की फर्मों के लिए 1.28 लाख करोड़ रुपये के आवंटन का प्रस्ताव किया। इसमें से अधिकांश रकम सरकारी स्वामित्व वाली BSNL के लिए निर्धारित की गई है।

कुल प्रस्तावित आवंटन में से 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक BSNL और MTNL से संबंधित खर्चों के लिए है। सरकार के इस कदम से इन कंपनियों की दूरसंचार सेवाएं और ज्यादा बेहतर होंगी। बजट में जो आवंटन का प्रस्ताव किया है, उसमें बीएसएनएल की टेक्नॉलजी को अपग्रेड करने और बीएसएनएल में पुनर्गठन के लिए 82,916 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है।

Allocation for BSNL and MTNL


घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने पर जोर
बजट में दूरसंचार से जुड़ी चीजों के घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा पर जोर दिया गया। इसके लिए सरकार ने बजट में मदरबोर्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी में 5 फीसदी की वृद्धि की है। मदरबोर्ड को तकनीकी भाषा में प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (PCB) कहा जाता है। बजट में पीसीबीए (प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली) पर बेसिक कस्टम्स ड्यूटी को 10 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी करने का प्रस्ताव किया गया है। इस बारे में डेलोइट इंडिया के पार्टनर और टीएमटी उद्योग के नेता पीयूष वैश ने कहा कि बीसीडी में वृद्धि से दूरसंचार उपकरणों के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा।

ग्रामीण इलाकों में तेजी से फैलेगा इंटरनेट का जाल
बजट डॉक्यूमेंट्स में कहा गया है कि बजट अनुमान 2024-25 में इस मांग के लिए कुल शुद्ध आवंटन 1,28,915.43 करोड़ रुपये (1,11,915.43 करोड़ रुपये प्लस 17 हजार करोड़ रुपये) है। 17 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रावधान यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड के तहत उपलब्ध शेष राशि से पूरा होगा। इसका इस्तेमाल विभिन्न योजनाओं जैसे- दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को मुआवजा देने, भारतनेट और रिसर्च और डिवेलपमेंट जैसी योजनाओं के लिए किया जाएगा। भारतनेट सरकार की वह योजना है जिसके अंतर्गत ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट का जाल फैलाया जाएगा।

कर्मचारियों की मिलेगा पेंशन का लाभ
बजट में बीएलएनएल और एमटीएनएल के कर्मचारियों समेत दूरसंचार विभाग के सभी कर्मचारियों का भी ध्यान रखा गया है। कर्मचारियों की पेंशन लाभ के लिए बजट में 17,510 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव किया गया है। पेंशन का यह लाभ 1 अप्रैल 2014 से प्रभावी माना जाएगा। सरकार ने एमटीएनएल बॉन्ड की मूल राशि के भुगतान के लिए 3,668.97 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव किया है।

बदलेगी बीएसएनएल की सूरत

<strong>बदलेगी बीएसएनएल की सूरत</strong>

बजट 2024 में केंद्र सरकार की ओर से 1.28 लाख करोड़ रुपये का बड़ा बजट दिया गया है, जिसे टेलिकॉम प्रोजेक्ट और सरकारी टेलिकॉम कंपनी BSNL की टेक्नोलॉजी अपडेट पर खर्च किया जाएगा। ध्यान देने वाली बात है कि कुल बजट आवंटन में बीएसएनएल और एमटीएनएल को करीब 1 लाख करोड़ रुपये दिए जाएंगे। इसमें से 82,916 रुपये को बीएसएनएल के टेक्नोलॉजी अपग्रेड और बुनियादी ढ़ांचे में बदलाव पर खर्च किया जाएगा।

1- तेजस नेटवर्क (Tejas Network Ltd)

 कंपनी को बीएसएनएल नेअबतक का सबसेबड़ा ऑर्डर दिया है। मई के महीनेमेंबीएसएनएल नेटाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की अगुवा गु ई वालेकंसोर्टियम को 4जी नेटवर्क लगानेके लिए 15,000 करोड़ रुपयेका काम दिया है। तेजस नेटवर्क इसी कंसोर्टियम का हिस्सा ह

2- HFCL 

हिमाचल फ्यूचरिस्टिक कम्युनिकेशंस लिमिटेड को देश भर में ऑप्टिकल ट्रांसपोर्ट नेटवर्क अपग्रेड करनेके लिए 11.3 अरब रुपयेका काम मिला है। देश भर मेंब्राडबैंड की बढ़ती मांग को देखतेहुए इस कंपनी की भूमिका काफी अहम हो जाती है। 

3- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) 

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और बीएसएनएल ने 1000 गांवों में 4जी सर्विसेज पहुंचानेके लिए 15,000 करोड़ रुपयेका समझौता किया है। दोनों कंपनियों मिलकर गांव मेंहाई स्पीड इंटरनेट पहुंचाना चाहती हैं। साथ ही जियो और एयरेटल के लिए एक बेहतर विकल्प खड़ा करनेकी कोशिश कर रही हैं।

4- एमटीएनएल  (MTNL ) 

कुछ रिपोर्ट्स सेयेबात सामनेआ रही हैकि सरकार एमटीएनएल का ऑपरेशन बीएसएनएल को देना चाह रही है। इसेबीएसएनएल को फिर सेनए तरीके सेखड़ा करनेके तौर पर देखा जा रहा है।

बीएसएनएल लॉन्च करेगी 5G सर्विस

बीएसएनल की ओर से जल्द पूरे देश में 4G सर्विस को रोलआउट किया जा सकता है। इसके लिए बीएसएनएल टाटा समूह के साथ मिलकर काम कर रही है। साथ ही बीएसएनएल की ओर से 4G टॉवर पर 5G सर्विस करने की तैयारी है। इसे नॉन स्टैंडअलोन टेक्नोलॉजी कहते हैं। इसकी तर्ज पर Airtel की ओर से 5G सर्विस ऑफर की जा रही है। वही जियो स्टैंडअलोन टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है।

केंद्रीय आईटी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नवंबर-दिसंबर तक बीएसएनएल के 4जी नेटवर्क को 5जी में अपग्रेड कर दिया जाएगा।

केंद्रीय आईटी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि बीएसएनएल ने 200 साइटों के साथ 4जी नेटवर्क शुरू करना शुरू कर दिया है और तीन महीने के परीक्षण के बाद, यह प्रति दिन औसतन 200 साइटों को लॉन्च करेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नवंबर-दिसंबर तक बीएसएनएल के 4जी नेटवर्क को 5जी में अपग्रेड कर दिया जाएगा।

BSNL 5G Launch: देश मे बढ़ते रिचार्ज को लेकर अब BSNL ने अपनी कमर को कस लिया है, जिओ, एयरटेल और वीआई टेलीकॉम कंपनियों ने अपने रिचार्ज प्लान को महंगा कर दिया है, जिसमे इन कंपनियों ने 15 से लेकर 20 फीसदी अपने रिचार्ज प्लान को महंगा किया है, जिसके बाद BSNL ने अपनी कमर कस ली है।

अब यह कंपनी अपने सस्ते रिचार्ज को लेकर काफी सुर्खियों में है, और कई लोगो ने अपनी सिम को बीएसएनएल में पोर्ट करना शुरू कर दिया है. लेकिन अभी देश मे बीएसएनएल की 3G सर्विस है, जल्द ही कंपनी अपनी 5G सर्विस को शुरू करने वाली है।

सरकारी BSNL टेलीकॉम कंपनी ने अब घर वापसी कर ली है, अब कंपनी भारतीयों के दिलो पर फिर से तहलका मनाचने के लिए तैयार है. यह सरकारी सिम कंपनी है, बीएसएनएल काफी पुरानी कंपनी है, अब इसने अपने निवेशकों के साथ निवेश किया है, कंपनी ने अपनी 4G सेवा के लिए ऐलान भी किया है। यह कंपनी सभी कंपनी से काफी सस्ते प्लान को देती है।

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हम आपको उन्ही प्लान के बारे में आगे इस लेख के माध्यम से बताने वाले है. लेकिन कंपनी अभी 3G सर्विस पर काम कर रही है, 4G का एलान कर दिया है, जिसके बाद ही कंपनी 5G सर्विस में अपग्रेडेड हो जाएंगी. बताया जा रहा हैं, अगले महीने 4G सर्विस को कंपनी पेश कर सकती है, और इसी साल के अंत तक पूरे देश मे 4G सर्विस पूरी तरह काम करना शुरू कर देगी, जिसके बाद ग्राहकों को 5G का इंतजार रहेगा.

फ्री में मिलती है BSNL की सिम

BSNL 5G Launch: BSNL की सिम फ्री में मिल रही है, बीएसएनएल में पोर्ट करानें वाले लोगो की संख्या में इजाफा हुआ है। लेकिन देखा जाए तो यह कंपनी अभी 3G पर काम कर रही है, लेकिन इंटरनेट की स्पीड को काफी फ़ास्ट दे रही हैं, कंपनी ने बताया है कि अगले महीने अगस्त में यह अपनी 4G सर्विस को लॉन्च करने वाली है, और यह इस साल के अंत तक ही पूरे देश मे 4G सर्विस को पेश कर देगी. अन्य टेलीकॉम कंपनी से सरकारी टेलीकॉम कंपनी का रिचार्ज काफी सस्ता है, अब लोग काफी विस्वास कर रहे है।


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